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बैंकों की राह चला बिजली विभाग, बिना केवाईसी न बनेगा, न जमा होगा बिजली बिल


  • अब बिना KYC फार्म भरे आप अपना बिजली का बिल जमा नही कर सकते है । बता दे कि पावर कारपोरेशन ने अब अपने बिजली उपभोक्ताओं के लिए KYC अनिवार्य कर दिया है। 
  • बिजली विभाग ने पिछले महीने से ही KYC फार्म भरने का कार्य शुरु कर दिया था लेकिन अभी तक केवल 30 हजार उपभोक्ताओं ने KYC फार्म भरी है । लेकिन इस महीने से उपभोक्ताओं के फार्म भरने के बाद ही बिल भुगतान की सुविधा मिलेगी।
  • बिलिंग करने वाले मीटर रीडरों को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि मीटर रीडिंग करते समय वे उपभोक्ता का केवाईसी फार्म अनिवार्य रूप से भरेंगे। इसके बाद ही बिल बनाकर उपभोक्ताओं को मुहैया कराएंगे। कॉरपोरेशन ने शहरी क्षेत्र के 1.75 लाख उपभोक्ताओं की केवाईसी डेटा हर हाल में 30 जुलाई तक तैयार करने का निर्देश स्थानीय अधिकारियों को दिया है।

बैंकों की तरह पावर कारपोरेशन ने अब अपने बिजली उपभोक्ताओं के लिए केवाईसी (नो योर कस्टमर) अनिवार्य कर दिया है। चेयरमैन के निर्देश पर बिजली निगम ने पिछले महीने से केवाईसी फार्म भरने का अभियान शुरू किया। महानगर में महज 30 हजार उपभोक्ताओं ने अपनी केवाईसी दी। 

इस माह बिजली निगम ने बिजली बिल जमा काउण्टरों पर फार्म रखवा दिया है। अब उपभोक्ताओं के फार्म भरने के बाद ही बिल भुगतान की सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही बिलिंग एजेंसी के मीटर रीडरों को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि मीटर रीडिंग करते समय वे उपभोक्ता का केवाईसी फार्म अनिवार्य रूप से भरेंगे। इसके बाद ही बिल बनाकर उपभोक्ताओं को मुहैया कराएंगे। कॉरपोरेशन ने शहरी क्षेत्र के 1.75 लाख उपभोक्ताओं की केवाईसी डेटा हर हाल में 30 जुलाई तक तैयार करने का निर्देश स्थानीय अधिकारियों को दिया है।

दरअसल बिजली उपभोक्ताओं को ऑनलाइन बिलिंग, भुगतान व अन्य सुविधा देने के लिए कॉरपोरेशन ने रणनीति बनाई है। इसके तहत जून के पहले सप्ताह में चेयरमैन अरविंद कुमार ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग में स्थानीय अधिकारियों से कहा कि गोरखपुर जोन के सभी वितरण मण्डलों बिजली उपभोक्ताओं का केवाईसी फार्म बिलिंग एजेंसी के मीटर रीडरों से भरवाएं। इसके साथ ही बिल संग्रह केन्द्रों पर भी केवाईसी फार्म रखवाया जाए। जो उपभोक्ता बिल जमा करने आए । उससे फार्म भरवाए जाए। केवाईसी फार्म में उपभोक्ता का नाम, कनेक्शन आईडी, मोबाइल नम्बर, वाट्सएप नम्बर, ईमेल आईडी व आधार नम्बर अनिवार्य रुप से दर्ज किया जाए। यदि उपभोक्ता ई.मेल या वाट्सएप पर बिजली बिल प्राप्त करना चाहता है, तो उसकी समहति अवश्य ली जाए। केवाईसी अपडेट होने से उपभोक्ताओं को सहुलियत देंने में किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी।

इसके बाद अफसरों ने केवाईसी फार्म छपवा कर शहरी क्षेत्र के बिल संग्रह केन्द्रों पर उसका बण्डल रखवाया। शहरी क्षेत्र में 20 दिन में करीब 30 हजार उपभोक्ताओं ने केवाईसी फार्म भरा। अभी भी 1.45 लाख उपभोक्ताओं की केवाईसी बाकी है। इसलिए बिजली निगम ने इस माह लक्ष्य पूरा करने के लिए ऐसी व्यवस्था बनाई है कि बिल संग्रह केन्द्रों पर उपभोक्ताओं फार्म भरकर ही बिल भुगतान कर सकें। इसके अलावा मीटर रीडरों को निर्देश दिए गए है कि वे मीटर रीडिंग करते समय भी उपभोक्ताओं का केवाईसी फार्म भरकर ब्यौरा तैयार करें। ताकि  30 जुलाई तक केवाईसी डेटा तैयार हो जाए।


केवाईसी अपडेट होने से मिलेगी सहूूलियत


बिजली अधिकारियों का कहना है कि केवाईसी अपडेट होने से उपभोक्ताओं को सुविधाएं मिलेगी। उन्हें मोबाइल वाट्सएप या ई-मेल पर हर महीने बिजली बिल मिलेगा। सिस्टम में मोबाइल व आधार नम्बर दर्ज होने से किसी तरह की दिक्कत होने पर उपभोक्ताओं को एसएमएस अलर्ट भेजा जा सकेगा। बिजली उपभोक्ताओं की शिकायत होती है कि उन्हें समय से बिजली बिल नहीं मिलता है। इससे उसका कनेक्शन डिफाल्टर श्रेणी में चला जाता है। निर्धारित समय पर बिल भुगातन करने पर मिलने वाली छूट से भी वंचित हो जाते है।

पावर कारपोरेशन के निर्देश पर शहर के सभी उपभोक्ताओं को केवाईसी फॉर्म भरना अनिवार्य हैं। जो ऐसा नहीं करते हैं तो वे डिफाल्टर की श्रेणी में आ जाएंगे। सभी खण्डों के अभियंताओं को निर्देश दिया गया है कि वे उपभोक्ताओं से केवाईसी फॉर्म भरवाएं। लक्ष्य पूरा करने के लिए शहर के सभी 32 बिल संग्रह केन्द्रों पर केवाईसी फार्म रखवा दिया गया है। कर्मचारियों को निर्देश दिए गए है कि वे उपभोक्ताओं से केवाईसी फार्म भरवाए। इसके साथ ही सभी मीटर रीडरों को भी जिम्मेदारी दी गई है।

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